अज्ञेय जी का जन्मदिवस ( ७ मार्च ) अभी अभी ही बीता है,
उनके स्वर में उनकी अमर रचना "असाध्य वीणा" को उनकी चित्रावली के साथ चलते हुए सुनने का आनन्द लें -
उनके स्वर में उनकी अमर रचना "असाध्य वीणा" को उनकी चित्रावली के साथ चलते हुए सुनने का आनन्द लें -
aadarneey kavita ji,
जवाब देंहटाएंmain is post ko padh bhi nahi paa raha hun aur na hi sun pa rahaa hun. kua kuchh download karna hoga-?
anandkrishan, jabalpur
mobile : 09425800818
बहुत सुन्दर! अज्ञेयजी की आवाज पहली बार सुन पाया आपके सौजन्य से।
जवाब देंहटाएंआपका आभार इसे सुनवाने के लिये।
आनन्द जी, पढ़ने के लिए तो आपको पोस्ट के शीर्षक को क्लिक करना होगा, वैसे इस पोस्ट में पढ़ने के लिए तो २-३ वाक्य मात्र हैं, हाँ ३ वीडियो अवश्य हैं जो देखने व सुनने के लिए हैं.
जवाब देंहटाएंआप को प्रत्येक वीडियो के नीचे बाईं ओर बने ऐरो को क्लिक कर उसे प्ले करना होगा। दाईं ओर वोल्यूम का चिह्न होता है, उसे एडजस्ट कर सुनें।
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सुनाई देने के लिए आवश्यक है कि आपके सिस्टम के साथ स्पीकर्ज़ अथवा हेडफ़ोन का प्रावधान हो। यदि लैपटॉप है तो उसमें बिल्ट-इन स्पीकर होता है.साथ ही सिस्टम में वोल्यूम आदि को समझना होगा।
Agyey ji jaisi mahan aatma ki awaz sunwane ke liye aapka aabhar..
जवाब देंहटाएंKavita ma'am 1 April ko London aa raha hoon 2-3 din ke liye.. ummeed hai aapse milna bhi ho jayega. sambhav ho to 07515474909 par call karen ya mashal.com@gmail.com par apna no. de diziyega..
अज्ञेय जी की शताब्दी के अवसर पर उन्हें इस प्रकार स्मरण करना अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंDear ma'am
जवाब देंहटाएंIt is really great to listen to Agyey ji.
Thanks.
Aparna
अज्ञेय जी के स्वर में असाध्य वीणा का पाठ सुनना एक दुर्लभ अनुभव है मेरे लिए !
जवाब देंहटाएंपूरी नई पीढ़ी के लिए अमूल्य संजो कर रखने वाली धरोहर है यह ! आभार ।