ये दुर्लभ चित्र : जिन्हें देख कर आप अवश्य भावुक हो उठेंगे
बलिदान दिवस (23 मार्च ) पर विनम्र विश्व का बलिदानी भारतीयों को शत शत प्रणाम
परिचय पढ़ने के लिए चित्र पर कर्सर ले जाएँ-
27th Feb,1931 Allahabad first photo after Martyrdom | Alfarad Park Allahabad now Shaheed Azad Park where Azad was martyred one close up photo |
The Village Hut where Martyr Azad was born on 23 July, 1906 at Village Bhanwara distt. Jhabua M.P | Mother of Martyr Azad |
Azad with family of a friend Master Rudar Naryan | A Friend tactically took this Picture in1927 |
Rare Photo of Azad 1924 |
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At the age of 11 years
दुर्लभ नहीं रहे
जवाब देंहटाएंआपने सुलभ करा दिए।
bahut bahut abhar in durlbh chitro se prichay karane ka .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आपको.
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत आभारी हूं. मार्च शुरु होते ही शहादत याद आने लगती है शहीदों की..... आज याद अपने चरम पर है.
जवाब देंहटाएंThanks mam!!
जवाब देंहटाएंवाकई दुर्लभ चित्र.
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंवाकई दुर्लभ चित्र...!
जवाब देंहटाएंआभार आपका।
जवाब देंहटाएंMain apne sabhi Purvajo ko Pranam Karta hun.
जवाब देंहटाएंaaj subah se meri najar is par hai ki aaj is topic par kitne post aate hain..
जवाब देंहटाएंThanks
कविता जी, इनमें से कुछ चित्र तो मनो-मस्तिष्क पर स्थायी अंकित हैं, लेकिन आपने सभी को एक साथ एक जगह दिखाकर आपने हिला दिया…। बहुत आभार…
जवाब देंहटाएंदिखाता है के साधारण इन्सान भी असाधरण परिस्थितियों में कैसे" असाधरण"हो जाता है .नमन
जवाब देंहटाएंइतने दुर्लभ चित्रों के अवलोकन करने का अवसर देने का बहुत बहुत शुक्रिया
जवाब देंहटाएंआभार आपका।
जवाब देंहटाएंये दुर्लभ चित्र दिखाने के लिये धन्यवाद!!! सच में भावुक कर देने वाले हैं ये. शहीदों की कोई भी बात भावुक कर देती है.
जवाब देंहटाएंशहीदो को नमन्
जवाब देंहटाएंvery v. nice picturs. thanks to u for displaying these picturs.
जवाब देंहटाएं--Brij Bhushan