tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post7683195792263463015..comments2023-12-16T02:31:12.678+00:00Comments on हिन्दी-भारत: भारत बहुवचन में बदल जायेगा : कश्मीर को बनाया जा रहा है, प्रेत-प्रश्नUnknownnoreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-17123091956126134882010-12-08T03:50:39.217+00:002010-12-08T03:50:39.217+00:00आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव...आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति बधाई ......शिवाhttps://www.blogger.com/profile/14464825742991036132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-27117805564353116492010-10-28T11:52:13.954+01:002010-10-28T11:52:13.954+01:00ईमेल से प्राप्त सन्देश -
"जोशी जी की सोच सह...ईमेल से प्राप्त सन्देश -<br /><br />"जोशी जी की सोच सही है | इस सोच की प्रतिध्वनि हर तरफ सुनाई दे तो बघेलखंड और बुंदेलखंड की सोच समाप्त हो जाए |<br />इला "Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-46864688225737937682010-10-28T09:49:36.289+01:002010-10-28T09:49:36.289+01:00joshiji thanks bahut hi bebak lekh hai aapka badha...joshiji thanks bahut hi bebak lekh hai aapka badhai arundhati must be punished by indian lawजयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-31601030604270894422010-10-27T21:26:16.856+01:002010-10-27T21:26:16.856+01:00ईमेल से प्राप्त सन्देश -
" धन्यवाद जोशी जी....ईमेल से प्राप्त सन्देश -<br /><br /> " धन्यवाद जोशी जी. बहुत ही सारगर्भित और विचारणीय आलेख है.<br /> <br />रूपसिंह चन्देल "Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-44452298320089417332010-10-27T21:25:18.887+01:002010-10-27T21:25:18.887+01:00ईमेल से प्राप्त सन्देश -
" जोशी जी के इतने ...ईमेल से प्राप्त सन्देश - <br /><br />" जोशी जी के इतने मार्मिक विद्वत्तापूर्ण लेख के लिए अत्यंत आभार प्रकट करता हूँ .<br /><br /><br /> मनमोहनसिंह पगड़ी में गोर्बाचोव<br /><br />क्या गोर्बाचोव एक ईमानदार देशभक्त थे ?<br />मनमोहनसिंह एक बाबु की सोच लिए और कुर्सी के लोभ में भारतवर्ष के प्रति एक प्रधान मंत्री के दायित्व के महत्व को उसी तरह नहीं देख पा रहे , जैसे एक विधुर जवाहर लाल एडविना के माया जाल और शेख अब्दुल्ला के पारिवारिक मोह में प्रज्ञा चक्षु पटेल की भविष्य वाणी के महत्व को नहीं देख पाए थे.<br />यह भारतवर्ष का दुर्भाग्य नहीं तो और क्या है ?<br />क्या एक मन्यु विहीन भारतीय समाज कश्मीर के रास्ते एक प्रलयंकारी महाभारत की ओर अग्रसर हो रहा है ? पाकिस्तान रुपी कौरव तो हमें और अपने को एक महाभारत युद्ध की ओर खींच ही रहे हैं .जिस के पश्चात हम पुन: एक अंध काल में पहुँच जावेंगे. कृष्ण भी तो महाभारत युद्ध को टाल नहीं सके थे. धर्म युद्ध के उपदेश से यदि संसार का विनाश ही होना था तो आज के मापदंड से राजनैतिक दृष्टी से गीता के उपदेश को धर्म के बजाए कुछ और ही कहना पडेगा .<br />क्या हमारे सम्मुख कोइ विकल्प है ?<br />सुबोध कुमार "Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-72344352573481099462010-10-27T21:23:52.872+01:002010-10-27T21:23:52.872+01:00ईमेल से प्राप्त सन्देश -
" आ० जोशी जी,
कश्...ईमेल से प्राप्त सन्देश -<br /><br /> " आ० जोशी जी,<br /> कश्मीर ओर देश की वर्तमान स्थिति का अत्यंत सफल और तर्कपूर्ण विश्लेषण<br />के लिये साधुवाद. |<br /> प्रारंभ में जब हमारी सेनायें कश्मीर पाकिस्तानियों से खाली कराने में पूरी<br />सक्षमता से जुटी थीं नेहरु ने रोका | उस समय गृहमंत्री सरदार पटेल ने केवल<br />तीन दिन का समय और माँगा था पूरा कश्मीर भूभाग खाली करा लेने को |<br />पर नेहरु अड़ गये और सुरक्षा परिषद् में युद्ध-विराम की घोषणा कर दो कश्मीर<br />की समस्या को सदा के लिये जन्म दे दिया | उनके इस अवसरवादी गलत निर्णय<br />का ही कुफल आज तक देश भोग रहा है | आज भी उनकी पीढी के युवराज वही<br />भाषा बोल रहे हैं | वह समय अब दूर नहीं है जब कश्मीर ही नहीं अरुणांचल ,<br />असाम और नागालैंड आदि भी भारत से पृथक कर दिये जायेंगे | कांग्रेस का शासन<br />चला तो अगले तीन से पांच वर्षों के अन्दर भारत के कई टुकड़े हो चुकेंगे |<br /><br />कमल "Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-22192509074564479672010-10-27T21:22:46.854+01:002010-10-27T21:22:46.854+01:00ईमेल से प्राप्त सन्देश -
" जोशी जी का आलेख ...ईमेल से प्राप्त सन्देश - <br /><br />" जोशी जी का आलेख बहुत सटीक है, विशेषतय प्रथम दो वाक्यखण्ड जो कि भारत के आर्थिक पौरुष के बारे में हैं। <br /> <br />कश्मीर समस्या की नींव नेहरु ने रखी थी जब कश्मीर को बाकि सभी रियासतों की तरह सम्पूर्णतया भारत में नहीं मिलाया गया। उस समय इस समस्या को कुछ ही वर्षों में निपटा सकते थे. लेकिन उस समय plebiscite का प्रस्ताव मंज़ूर किया गया और बाद में उसका पूर्णतय पालन नहीं किया गया। यह हमारा दुर्भाग्य है कि नेहरु और इंदिरा ने इस मुद्दे को सुलझाने के बजाय इतना उलझा दिया कि कश्मीरियों का विश्वास भारत की निष्पक्षता से उठ चुका है। आज तो यह बताना भी मुश्किल है कि कश्मीरी लोग अपनी भाषा बोल रहे हैं या पकिस्तान की।<br /> <br />-राजीव "Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-11337498967284289622010-10-27T17:26:53.400+01:002010-10-27T17:26:53.400+01:00बहुत ही सारगर्भित, दूरदर्शी और शानदार लेख। जो कौम ...बहुत ही सारगर्भित, दूरदर्शी और शानदार लेख। जो कौम अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखती वह नष्ट हो जाती है। यही हाल रहा तो एक दिन भारत के सौ टुकड़े होने में देर नहीं लगेगी।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-29806486965762701972010-10-27T11:20:43.443+01:002010-10-27T11:20:43.443+01:00नहीं कोई मेरा, दुश्मन जहाँ में
अपनों से ख...नहीं कोई मेरा, दुश्मन जहाँ में <br />अपनों से खुद मैं, डरने लगा हूँ <br /><br />अभी अभी उडन तश्तरी की यह कविता पढी... लगता है कि हमें अपना साया ही डरा रहा है:( हमारे नेता निकृष्टता की चरम सीमा पर दिखाई दे रहे हैं॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-38643705918609986802010-10-27T01:41:58.831+01:002010-10-27T01:41:58.831+01:00आज प्रभु जी ने निराश नहीं किया...अच्छा लेख है ।आज प्रभु जी ने निराश नहीं किया...अच्छा लेख है ।RAJESHWAR VASHISTHAhttps://www.blogger.com/profile/01683041193283259654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-5317440042737533312010-10-26T14:49:42.038+01:002010-10-26T14:49:42.038+01:00कश्मीर हो या भारत का कोई हिस्सा हमें राष्ट्रवादी स...कश्मीर हो या भारत का कोई हिस्सा हमें राष्ट्रवादी सोच का परिचय देते हुए उस समस्या से निपटना चाहिए , अब तो हमें अपने संकुचित और राजनितिक लाभ उठाने की प्रवृति को त्याग कर इन मामलों को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए <br />काफी सार्थक और सारगर्भित लेखकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-89182544234878975452010-10-26T13:37:08.620+01:002010-10-26T13:37:08.620+01:00अति सार्थक तथा अतिउत्तम लेख, जितनी सराहना की जा...अति सार्थक तथा अतिउत्तम लेख, जितनी सराहना की जाये कम है अगर हम ऐसे लगे बाटने तो हिंदुस्तान बाकि ही नहीं रहेगा , भारत से अलग होने की हर आवाज़ कुचल देना चाहिए पहले हमें माओवाद , नक्सलवाद को समाप्त करना चाहिए जो हमारे हाथ में है , आरंभ इसी से करना चाहिए , वरना हम अन्दर से ही खोखले हो जायेंगे <br />dabirnews.blogspot.comTausif Hindustanihttps://www.blogger.com/profile/13794797683013534839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-69441066714870451472010-10-26T12:55:52.954+01:002010-10-26T12:55:52.954+01:00sarthak post
http://sanjaykuamr.blogspot.com/sarthak post<br /><br />http://sanjaykuamr.blogspot.com/संजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.com