tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post765290497895387390..comments2023-12-16T02:31:12.678+00:00Comments on हिन्दी-भारत: देवी सरस्वती के चरणों मेंUnknownnoreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-18045431875559463522009-02-01T14:53:00.000+00:002009-02-01T14:53:00.000+00:00देवी सरस्वती पर यह लेख बसंत पंचमी के त्योहार का उप...देवी सरस्वती पर यह लेख बसंत पंचमी के त्योहार का उपहार लगा। क्यों न इस उत्सव पर एक प्रण लें कि इस दिन कोई नई पुस्तक खरीदी जाय जिससे हमार ज्ञान भी बढे और लेखक का प्रोत्साहन भी हो। ऐसा इसलिए भी कि यह देखा जा रहा है कि पुस्तकें नहीं बिक रही हैं - तो सरस्व्ती वंदना का माध्यम इस ओर लोगों को प्रेरित करता है। त्योहारों पर तो नए कपडे, पठाके आदि पर पैसे लगते हैं तो पुस्तकों पर क्यों नहीं?चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-22140511645394745162009-02-01T05:03:00.000+00:002009-02-01T05:03:00.000+00:00अनुपम, विचारणीय और ज्ञानबर्द्धक पोस्ट। साधुवाद।अनुपम, विचारणीय और ज्ञानबर्द्धक पोस्ट। साधुवाद।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-61318269306025848172009-01-31T17:20:00.000+00:002009-01-31T17:20:00.000+00:00नवीन सोच पर आधारित आलेख स्तरीय है.-विजयनवीन सोच पर आधारित आलेख स्तरीय है.<BR/>-विजयविजय तिवारी " किसलय "https://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.com