tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post718327117982811776..comments2023-12-16T02:31:12.678+00:00Comments on हिन्दी-भारत: मणिपुरी कविता : मेरी दृष्टि में -- डॉ. देवराजUnknownnoreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-21967845818271487252009-05-31T16:14:02.510+01:002009-05-31T16:14:02.510+01:00मैतै संस्कृति की स्वतंत्र पहचान का सम्मान किया जान...मैतै संस्कृति की स्वतंत्र पहचान का सम्मान किया जाना लोकतंत्र , मानवाधिकार और भारतीयता की बहुलतावादी अवधारणा के अनुकूल है.सांस्कृतिक द्वंद्व की अपेक्षा उनका सामंजस्य ही वांछनीय है.RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.com