tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post5969781093766498530..comments2023-12-16T02:31:12.678+00:00Comments on हिन्दी-भारत: स्वतन्त्रतादिवस पर कोई बधाई नहीं Unknownnoreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-58469735123447438552012-08-16T09:46:52.955+01:002012-08-16T09:46:52.955+01:00ये धर्मनिरपेक्ष व् अल्पसंख्यक तबके के लोग है इनके ...ये धर्मनिरपेक्ष व् अल्पसंख्यक तबके के लोग है इनके खिलाफ भारतीय राजनीति नहीं जा सकती है <br />लेकिन फिर भी भारतीय नेता यह आश्वासन जरुर दे देंगे की कोई हिंदू व् बहुसंख्यक ऐसा करेगा तो उसका सबूत दिखाए उसके खिलाफ तुरंत सख्त कारवाही की जायेगी संजय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04697317003948523334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-84356747292463905152012-08-16T06:31:59.941+01:002012-08-16T06:31:59.941+01:00सम्वेदनाओं से मृतप्रायः लाशों में सजगता फूंकने के ...सम्वेदनाओं से मृतप्रायः लाशों में सजगता फूंकने के उद्देश्य से यह कहा जाय कि - "जो लाश बनकर स्वयं को हालातों के हवाले कर देते है वे जिंदा भी मुर्दे के समान है" तो इस वाक्य का आशय यह नहीं होता कि वह सभी को मरा हुआ ही देखना चाहते है।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-89252669077850766422012-08-16T06:28:39.136+01:002012-08-16T06:28:39.136+01:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-54631859274524668982012-08-16T06:12:14.213+01:002012-08-16T06:12:14.213+01:00कविता जी, आपकी भावनाओं का मैं सम्मान करता हूँ, लेक...कविता जी, आपकी भावनाओं का मैं सम्मान करता हूँ, लेकिन आपके उक्त वाक्यांश ‘‘जो देश और जाति अपनी कुंठा के चलते अमर जवान ज्योति जैसे पवित्र स्थल तक पर ऐसे जघन्य कृत्य कर सकती है उस देश व जाति को स्वतंत्र रहने का भी कोई अधिकार नही।’’ ने मुझे यह सोचने को अवश्य ही विवश किया है कि आपको कोई भी टिप्पणी करने के पहले यह विचार अवश्य ही करना चाहिए कि आप क्या कह/लिख रही हैं। भावनाओं पर मस्तिष्कीय नियंत्रण भी आवश्यक होता है। क्या उक्त वाक्य का आशय मैं यह समझूं कि कुछ साम्प्रदायिक तत्वों अथवा असामाजिक तत्वों के इस कृत्य के कारण आप इस संपूर्ण भारत को फिर गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ देखना चाहती हैं ............? विषय बहुत गंभीर है अतः मैं और ज्यादा कुछ नहीं लिखना चाहता।-दुर्गेश गुप्त ‘राज’दुर्गेश गुप्त ‘राज’ https://www.blogger.com/profile/03096741668041055615noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-80585569185365563282012-08-16T04:02:51.991+01:002012-08-16T04:02:51.991+01:00जाने क्या ढूंढती रहती हैं ये आँखें मुझमें
राख के ...जाने क्या ढूंढती रहती हैं ये आँखें मुझमें <br />राख के ढेर में शोला है ना चिंगारी हैWorld View of Prabhat Royhttps://www.blogger.com/profile/14879869634791420421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-53712519419015409412012-08-15T18:35:13.615+01:002012-08-15T18:35:13.615+01:00हर उस हिन्दुस्तानी का खून उबलेगा ये देखकर जिसके घर...हर उस हिन्दुस्तानी का खून उबलेगा ये देखकर जिसके घर से फ़ौज का कोई भी नाता है, लेकिन सवाल यही है दोस्त कि रोना ही हल बचा है न हम लोगों के पास? फिर तो कुछ समय बाद ऐसी घटनाओं पर रोना भी साम्प्रदायिक और माहौल खराब करने वाला मान लिया जाएगा|संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-45304004248634878862012-08-15T18:31:56.868+01:002012-08-15T18:31:56.868+01:00पहली जिम्मेदारी ही उन आयोजकों और रहनुमाओं की होनी ...पहली जिम्मेदारी ही उन आयोजकों और रहनुमाओं की होनी चाहिए अनुरागजी| जिन्हें रीछ को काबू करना न आता हो उन्हें रीछ को नचवाने का स्वांग करने का भी हक नहीं होना चाहिए| संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-12549981362898320682012-08-15T18:02:21.866+01:002012-08-15T18:02:21.866+01:00दोजख़ की आज़ाब पिछा कर रही है इन बे-गैरतों की!!दोजख़ की आज़ाब पिछा कर रही है इन बे-गैरतों की!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-44865488574883430312012-08-15T17:05:32.880+01:002012-08-15T17:05:32.880+01:00shame .. ham kahaan aa gaye hain aaj ?shame .. ham kahaan aa gaye hain aaj ?Shilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-64818934264613550812012-08-15T17:04:34.933+01:002012-08-15T17:04:34.933+01:00jinhone photo kheenche ve aap tak yah jaghanya kra...jinhone photo kheenche ve aap tak yah jaghanya kratya pahuncha rahe the - un par sawal uthana jaayaz nahi - nahi to is desh me jo thodee bahut imandar patrakaarita rah gayee hai - uska bhi gala ghont denge hamShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-28937801032331278392012-08-15T09:08:03.180+01:002012-08-15T09:08:03.180+01:00सही कहा आपने.....हमारे नसों का खून ठंढ़ा हो गया है...सही कहा आपने.....हमारे नसों का खून ठंढ़ा हो गया है....कोई उबाल नहीं आता ये सब देखकर भी..रश्मि शर्माhttps://www.blogger.com/profile/04434992559047189301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-58635342361692385332012-08-15T08:14:20.651+01:002012-08-15T08:14:20.651+01:00कविता जी, आप की बातोंसे १०० प्रतिशत सहमत हूँ.कविता जी, आप की बातोंसे १०० प्रतिशत सहमत हूँ.Raju Patelhttps://www.blogger.com/profile/13069344653559774866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-47777631166792351472012-08-15T04:46:46.529+01:002012-08-15T04:46:46.529+01:00जिन्होंने फ़ोटो खींचे वो क्या कर रहे थे, क्या वे भ...जिन्होंने फ़ोटो खींचे वो क्या कर रहे थे, क्या वे भारत के सपूत कहलाने लायक हैं, क्या वे अपनी जान दांव पर नहीं लगा सकते थे ।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-4776537792846307982012-08-15T04:15:24.240+01:002012-08-15T04:15:24.240+01:00चूँकि इन तस्वीरो में दिखने वाले युवक पहनावे से ही ...चूँकि इन तस्वीरो में दिखने वाले युवक पहनावे से ही नादान और थोड़े भटके हुए दिख रहे है तो कृप्या करके उन पर दया की जाये,उन्हें क्षमादान दे कर सुधरने का एक और मौका दिया जाए !<br />अब जो कुछ भी शहीद वीर जवान कर चुके वो तो कर चुके भाई, इन नौजवानों को तो अभी बहुत बार वोट डालनी है !अब जो शहीद हो चुके है वो वोट डालने तो आ नहीं सकते, ये काम तो ये युवा ही कर सकते है !<br />और वैसे भी स्थानीय प्रशाशन और पुलिस को क्या नहीं पता होगा कि कौन लोग है?<br />पर उस पर भी सरकारी दबाव होगा!<br />अब इनके खिलाफ कोई आवाज़ उठाएगा तो साम्प्रदायिक हो जाएगी बात जो कि हमारी सरकार को कतई मंजूर नहीं!<br />आपकी पोस्ट पढ़ कर मै खुद को रोक नही पा रहा हूँ,इसीलिए टिपण्णी इतनी लम्बी हो रही है,<br />संजय जी बिल्कुलस सही कहा है ऊपर!<br /><br />कुँवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-30530011706807681492012-08-15T02:36:16.996+01:002012-08-15T02:36:16.996+01:00इन बेग़ैरतों ने अपनी जन्मभूमि को ही नहीं, अपनी माँ...इन बेग़ैरतों ने अपनी जन्मभूमि को ही नहीं, अपनी माँ को भी तमाचा मारा है। इन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी ही चाहिये और ऐसे लोगों को उकसाने और शह देने वालों को भी। Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-51485922240984026872012-08-15T01:18:07.671+01:002012-08-15T01:18:07.671+01:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05327385722306625522noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-8466945458203449852012-08-14T21:01:46.380+01:002012-08-14T21:01:46.380+01:00कौन
किसे
क्यों
दे ऐसे में बधाई!कौन<br />किसे <br />क्यों <br />दे ऐसे में बधाई!RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-64759196134271395332012-08-14T18:55:43.665+01:002012-08-14T18:55:43.665+01:00हम में से किसी के खून में उबाल आएगा तब भी हमीं लोग...हम में से किसी के खून में उबाल आएगा तब भी हमीं लोगों में से इन्हें नादान, बेक़सूर और हमें उपद्रवी बताकर शान्ति, सद्भाव, धर्मनिरपेक्षता के छींटे दिए जायेंगे|<br />जिस संगठन, समाज के ऐसे ऐसे नुमाइंदे बने हुए हैं, वो क्या कर रहे हैं? संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-49840529610626723442012-08-14T18:24:10.367+01:002012-08-14T18:24:10.367+01:00लता दीदी का वो गाना याद आ रहा है...
पर मत भूलो सी...लता दीदी का वो गाना याद आ रहा है...<br /><br />पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए<br />कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आए<br />ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी<br />जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुरबानी...<br /><br />इस अभागे को यह नहीं मालूम कि यह ज्योति जिनके लिए जल रही थी उनमें कितने उसकी खुद की कौम के थे... जो सिर्फ इसलिए शहीद हो गए कि इस अभागे के माँ घर में सुरक्षित इसको जन्म दे सके, पाल सके...Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.com