tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post2273539070387962123..comments2023-12-16T02:31:12.678+00:00Comments on हिन्दी-भारत: भारत अब बदले अपना इतिहास : डॉ. वेदप्रताप वैदिकUnknownnoreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-42990827853942914192008-12-03T18:49:00.000+00:002008-12-03T18:49:00.000+00:00बहुत सही लिखा है --बहुत सही लिखा है --लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-22417542375189469562008-12-02T15:55:00.000+00:002008-12-02T15:55:00.000+00:00पूर्ण सहमति!पूर्ण सहमति!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-80005202656211923112008-12-02T14:24:00.000+00:002008-12-02T14:24:00.000+00:00बेहद ठोस विचारों पर आधारित आलेख। सभी बातें अनुकरणी...बेहद ठोस विचारों पर आधारित आलेख। सभी बातें अनुकरणीय हैं। वैदिक जी को राजनीतिक रसूख वाले अपने तमाम मित्रों को यह पाठ जरूर पढ़ाना चाहिए। सत्ता के ऊँचे गलियारे में वैदिक जी की बात जरूर सुनी जाती है, ऐसा मेरा विश्वास है। हम तो पिछले २०-२५ सालों से इन्हें पढ़ सुन रहे हैं।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-49151968060538047412008-12-02T12:36:00.000+00:002008-12-02T12:36:00.000+00:00आपका कथन सही है की जहाँ तक इनके स्थिफे का सवाल है ...आपका कथन सही है की जहाँ तक इनके स्थिफे का सवाल है इसमे कोई ख़ास भरपाई नही होती ! दुसरे आपने जो सैन्य प्रशिक्षण की बात कही वो अत्यन्त जरुरी है ! और ये १९७१ तक तो प्रशिक्षण क्या जवान लड़को को जबरदस्ती फोज में भर्ती करते थे ! पर बाद में शिथिलता आगई ! और घोर उपेक्षा यहाँ तक की आजकल फौज में भर्ती के नाम पर रिश्वत का भी सुनने में आया है ! अगर पढ़े लिखो के लिए शोर्ट सर्विस कमीशन ..जैसा कुछ कर दिया जाए या किसी भी तरह की सैन्य ट्रेनिंग किसी भी लेवल पर शरू करना बहुत जरुरी है ! आपने बहुत बढिया सुझाव दिया है ! <BR/><BR/>और ये बात तो बिल्कुल सही है की एक मुर्ख ( बददिमाग) पड़ोसी आपका जीवन नर्क बना सकता है ! और वो ही भारत के साथ हुआ है ! बहुत शानदार और उपयोगी विचार हैं अगर काम में लिए जाए तो !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-24312028780026803472008-12-02T12:00:00.000+00:002008-12-02T12:00:00.000+00:00कविता जी आपका लेखन सशक्त है, आज पहली बार पढ़ा... आप...कविता जी आपका लेखन सशक्त है, आज पहली बार पढ़ा... आपकी कलम और कलम की धार को शत-शत नमन हमेशा ऎसे ही लिखते रहें...सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8714172719590854723.post-89762275659667308282008-12-02T10:23:00.000+00:002008-12-02T10:23:00.000+00:00पूर्णत: सही एवं सटीक कथनपूर्णत: सही एवं सटीक कथनPt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.com